काव्य की भूमिका वाक्य
उच्चारण: [ kaavey ki bhumikaa ]
उदाहरण वाक्य
- काव्य की भूमिका निभाई हैं रक्षत साहनी ने।
- काव्य की भूमिका-रामधारी सिंह दिनकर
- देखिए, मेरे, 'बुद्ध चरित' काव्य की भूमिका में 'काव्यभाषा' पर मेरा
- ‘टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारी काव्य की भूमिका बनकर आयी है और नि:संदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण अंकुर रूप में उसमें देखे जा सकते हैं।
- टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारी काव्य की भूमिका बनकर आयी है और निःसंदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण उसमें अंकुर रूप में देखे जा सकते हैं।
- टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारी काव्य की भूमिका बनकर आयी है और नि: संदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण अंकुर रूप में उसमें देखे जा सकते हैं।
- उनकी प्रमुख कृतियाँ है-गद्य रचनाएं-मिट्टी की ओर, रेती के फूल, वेणुवन, साहित्यमुखी, काव्य की भूमिका, प्रसाद पंत और मैथिलीशरणगुप्त, संस्कृति के चार अध्याय।
- वे राधा के सन्दर्भ को लेकर भक्ति काव्य की भूमिका के बारे में कहते है कि ‘ किसान की लड़की दासी से उठकर सामन्त या बादशाह की प्रेमिका बन जाय यह बड़ी उपलब्धि है।
- संदर्भ 1. देखिए, मेरे, 'बुद्ध चरित' काव्य की भूमिका में 'काव्यभाषा' पर मेरा प्रबंध, जिसमें उसके स्वरूप का निर्णय किया गया है तथा ब्रज, अवधी और खड़ी बोली के भेद और प्रवृत्तियाँ निरूपित की गई हैं।
- इस कविता वे लिखते है कि “ एक अभूतपूर्व अद्भुत हृदय-स्फूर्ति के दिन निर्झरेर स्वप्नभंग लिखी गयी थी, लेकिन उस दिन कौन जानता था कि उस कविता में मेरे समस्त काव्य की भूमिका लिखी जा रही है।
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